सामान खरीदने के लिए बाॅक्स में सामान का नाम टाइप करें

सामान खरीदने के लिए बाॅक्स में सामान का नाम टाइप करें

शुक्रवार, 18 जुलाई 2014

कैसे दाखिल करें RTI

RTI का नाम सुना है आपने? सूचना का अधिकार। कभी कोई RTI फाइल की है? मन में तो आया होगा, फिर सोचा होगा पता नहीं क्या होगा, कैसे होगा। इसलिए नहीं किया। यह सुस्ती ठीक नहीं। सूचना का अधिकार आपकी ताकत है। इसका इस्तेमाल कीजिए। आइए, आपको बताते हैं कि यह कितना आसान है।


क्या आप जानते हैं कि सूचना का अधिकार है क्या? इस अधिकार के तहत किसी भी नागरिक को किसी भी सार्वजनिक संस्थान से ऐसी सूचना मांगने का अधिकार है जो उस संस्थान के पास उपलब्ध हो। कोई भी नागरिक उस संस्थान के पास उपलब्ध कागजात, फाइल्स, दस्तावेज, रिकॉर्ड आदि देख सकता है, उनकी कॉपी ले सकता है। ऐसी कोई भी सूचना जिसे संसद या विधानमंडल को देने से इनकार नहीं किया जा सकता, वह किसी भी नागरिक को मिल सकती है। अब सवाल उठता है कि सूचना पाने के लिए अप्लाई कैसे करें।
एक जरूरी सूचना : दोस्तों! मैं अपने इस साईट पर हँसी-मजाक और जोक्स का एक नया सेक्शन शुरू करने जा रहा हूँ. इस सेक्शन में मैं हल्फे-फुल्के और मन को गुद्गुदाने वाले जोक्स को शामिल करना चाहता हूँ. इसलिए मैं आप सभी से गुजारिश करता हूँ की अगर आप भी अपने जोक्स को मेरे इस साईट पर प्रकाशित करना चाहते हैं तो अपना जोक्स को मेरे ईमेल : ravi16922@gmail.com पर अपने नाम के साथ भेजें. मैं आपके जोक्स को आपके नाम के साथ प्रकाशित करूँगा.

सबसे पहले तो आपको स्पष्ट पता होना चाहिए कि आपको क्या सूचना चाहिए। मसलन, अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके एरिया में प्रैक्टिस कर रहा कोई डॉक्टर प्रमाणित है या नहीं। या फिर, आपके एरिया में जो सड़क बनाई गई है उस पर कितना पैसा खर्च हुआ है, तो आपको यह सूचना बहुत आसानी से मिल सकती है। आप यह भी जान सकते हैं कि सड़क का कॉन्ट्रैक्ट, कब, किसे और किन शर्तों पर दिया गया।

उसके बाद आपको उस संस्थान का अड्रेस अच्छे से पता होना चाहिए, जहां से आप सूचना चाहते हैं। मसलन, अगर आप डॉक्टर के बारे में सूचना चाहते हैं तो आपको मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मिलेगी। उसका पता, सूचना अधिकारी का नाम आदि आपके पास होना चाहिए। यह आप संस्थान की वेबसाइट से भी ले सकते हैं। हर सार्वजनिक संस्थान में एक सूचना अधिकारी होता है, जिसका यही काम है कि सूचना पाने में आपकी मदद करे। इसकी जानकारी वेबसाइट पर भी दी जाती है। तो आप वेबसाइट से या उनके दफ्तर में जाकर पता कर सकते हैं कि सूचना पाने के लिए अर्जी किस पते पर भेजनी है।

अब आपको फीस भरनी है। इसके दो तरीके हैं। आप बैंक में जाकर डीडी बनवा सकते हैं या पोस्ट ऑफिस में जाकर पोस्टल ऑर्डर बनवा सकते हैं। पोस्टल ऑर्डर बनवाना सस्ता पड़ता है क्योंकि उसकी प्रोसेसिंग फीस कम होती है। लेकिन यह जरूर पता कर लें कि डीडी या पोस्टल ऑर्डर किसके नाम से बनना है। आमतौर पर यह सूचना अधिकारी के नाम से बनता है, लेकिन कुछ संस्थाओं के मामले में यह अलग भी हो सकता है। इसलिए पता करना बेहतर होगा। पर फीस है कितनी? सिर्फ 10 रुपये।

अब एक सादा कागज लें। उस पर सूचना अधिकारी के नाम एक अर्जी लिखें। और फिर अपने सवाल सिलसिलेवार लिखें कि आपको क्या-क्या जानकारी चाहिए। और उसे डीडी के साथ लिफाफे में डालकर पोस्ट कर दें।

निश्चिंत हो जाएं क्योंकि 30 दिन के भीतर आपकी मांगी सूचना आप तक पहुंच जाएगी। अगर संस्थान से कोई जवाब नहीं मिलता है तो आप सूचना आयोग में शिकायत कर सकते हैं।

ऐसा हो सकता है कि जो सूचना आपने मांगी है उसके लिए विभाग सीडी या फोटोकॉपी दे। तब आपको उसका खर्च अदा करना होगा। संस्थान आपको लिखित में बताएगा कि कितना खर्च है, और वह जमा करवाकर आप अपने दस्तावेज पा सकते हैं। तो सोचिए कि आपके आस-पास क्या हो रहा है। उसकी सूचनाएं लीजिए। अपने अधिकार का इस्तेमाल कीजिए। RTI के बारे में और जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.


अंत में एक जरूरी सूचना :  मैं अपने इस साईट पर हँसी-मजाक और जोक्स का एक नया सेक्शन शुरू करने जा रहा हूँ. इस सेक्शन में मैं हल्फे-फुल्के और मन को गुद्गुदाने वाले जोक्स को शामित करना चाहता हूँ. इसलिए मैं आप सभी से गुजारिश करता हूँ की अगर आप भी अपने जोक्स को मेरे इस साईट पर प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आपके पास जो भी जोक्स, फनी लाइन या चुटकुला हो तो उसे अपने नाम और पते के साथ मुझे ईमेल करें. मेरा ईमेल : ravi16922@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो अपने विचारों से जरुर अवगत कराएँ..

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...